निर्जलीकरण के 10 घरेलू उपचार| Home remedies for dehydration in hindi

home remedies for dehydration in hindi के इस लेख में जानिए निर्जलीकरण की परिभाषा, निर्जलीकरण के लक्षण, निर्जलीकरण के कारण तथा निर्जलीकरण के लिए घर उपचार, साथ में निर्जलीकरण की रोकथाम, निर्जलीकरण में आहार, निर्जलीकरण में परहेज, निर्जलीकरण के नुकसान आदि के बारे में एक अधतित जानकारी जो आपको जानना चाहिए।

Contents hide

निर्जलीकरण की परिभाषा – definition of dehydration in hindi

home-remedies-for-dehydration-in-hindi

निर्जलीकरण (dehydration in hindi) तब होता है जब हमारे शरीर में पर्याप्त पानी नहीं रहता। यह तब होता है जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते या शरीर से अधिक पानी बाहर निकल जाता है। पसीना, पेशाब, उल्टी, दस्त आदि से भी पानी की कमी हो सकती है। निर्जलीकरण से थकान, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसे गंभीर होने से रोकने के लिए हमें रोज़ाना पर्याप्त पानी पीना चाहिए। पानी की कमी से बचने के लिए ताजे फल और सब्जियाँ भी खानी चाहिए। ध्यान रखें कि हाइड्रेटेड रहना सेहतमंद जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

निर्जलीकरण के लक्षण – dehydration symptoms in hindi

निर्जलीकरण के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं :

  • बार-बार पानी पीने की इच्छा।
  • होंठ और मुंह सूखा महसूस करना।
  • पेशाब का रंग गहरा पीला होना या पेशाब की मात्रा कम होना।
  • सामान्य से अधिक थकान महसूस करना।
  • अचानक खड़े होने पर चक्कर आना।
  • लगातार सिर में दर्द रहना।
  • त्वचा का रुखा और खिंचा-खिंचा महसूस होना।
  • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन होना।
  • खाने की इच्छा कम होना।
  • दिल की धड़कन तेज होना।
  • चिड़चिड़ापन या जल्दी गुस्सा आना या मूड खराब रहना।
  • कब्ज तथा पेट ठीक से साफ न होना।
  • ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई।
  • आंखें धंसी हुई दिखना।

निर्जलीकरण के कारण – causes of dehydration in hindi

निर्जलीकरण के कई कारण हो सकते हैं :

  • पर्याप्त पानी न पीने से शरीर में पानी की कमी होने के कारण
  • ज्यादा पसीना आने से शरीर का पानी निकल जाने के कारण
  • बार-बार उल्टी या दस्त होने से शरीर में पानी की कमी होने से
  • अधिक व्यायाम करने से शरीर में पानी की कमी होने के कारण
  • धूप में ज्यादा समय बिताने से पानी की कमी होने पर
  • बुखार या अन्य बीमारियों से पानी की कमी होने कारण
  • मूत्रवर्धक जैसे कुछ दवाएं के कारण
  • शराब पीने से शरीर में पानी की कमी होने से
  • गर्भवती महिलाओं में पानी की कमी से
  • शरीरिक मेहनत से पानी की कमी पर
  • तापमान में बदलाव जैसे, गर्म या ठंडे मौसम में पानी की कमी हो सकती है।

निर्जलीकरण के लिए घर उपचार – home remedies for dehydration in hindi

डिहाइड्रेशन के निम्नलिखित घरेलू उपाय हो सकता है जो इस प्रकार है :

निर्जलीकरण-के-10-घरेलू-उपचार-home-remedies-for-dehydration-in-hindi

निर्जलीकरण में पानी के फायदे

निर्जलीकरण में पानी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है, जिससे थकान, चक्कर और सिरदर्द से राहत दिलाती है। पानी पीने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और सभी अंग सही से काम करते हैं। निर्जलीकरण से बचने के लिए रोजाना कम से कम 10 गिलास पानी पिएं। घर से कहीं बाहर जाते समय हमेशा पानी की बोतल साथ रखें। पर्याप्त पानी पीने से आप तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करेंगे।

निर्जलीकरण में छाछ के फायदे

निर्जलीकरण में जलजीरा बहुत फायदेमंद होता है। यह न केवल शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स को भी संतुलित करता है। जलजीरा में मौजूद जीरा, पुदीना और काला नमक पाचन को सुधारते हैं और शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं। गर्मियों में इसे पीने से शरीर को तुरंत ताजगी मिलती है। छाछ का सेवन आप दिन में दो से तीन कर सकते हैं। एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच जलजीरा पाउडर मिलाएं और इसे मिलाकर पी लें।

निर्जलीकरण में स्ट्रॉबेरी के फायदे

निर्जलीकरण में स्ट्रॉबेरी के कई फायदे हैं। स्ट्रॉबेरी में पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर में तरल पदार्थ की कमी पूरी होती है। रोजाना 8-10 स्ट्रॉबेरी खाना फायदेमंद होता है। इसे स्मूदी में मिलाकर भी ले सकते हैं। स्ट्रॉबेरी शरीर को ताजगी प्रदान करती है और त्वचा भी निखरती है। इसका नियमित सेवन आपको निर्जलीकरण से बचने में मदद मिलती है और ऊर्जावान बनाए रखता है।

निर्जलीकरण में मुलेठी के फायदे

निर्जलीकरण में मुलेठी के फायदे बहुत है। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करने और ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करती है। मुलेठी का सेवन करने से गले की सूजन कम होती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसे रोजाना एक चम्मच पाउडर या एक छोटी टहनी को चबाकर लिया जा सकता है। मुलेठी का काढ़ा भी बनाया जा सकता है, जिसे दिन में दो बार सेवन किया जा सकता है। इसका सेवन करने से शरीर में तरल पदार्थों की कमी पूरी होती है और थकान दूर होती है।

निर्जलीकरण में छाछ के फायदे

निर्जलीकरण में छाछ बहुत फायदेमंद होती है। यह शरीर को ठंडक देती है और तरोताजा कराती है। छाछ में इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं। इसमें प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं। रोज एक गिलास छाछ पीने से निर्जलीकरण से बचा जा सकता है। गर्मी के दिनों में छाछ पीना शरीर को ठंडा रखता है और ऊर्जा भी देता है। इसलिए छाछ को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

निर्जलीकरण में दही के फायदे

निर्जलीकरण में दही बहुत फायदेमंद होता है। दही में पानी की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेट रखती है। यह इलेक्ट्रोलाइट्स को भी संतुलित करता है और पेट को ठंडक पहुंचाता है। दही में प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। निर्जलीकरण में दही का सेवन करने के लिए, दिन में दो बार एक कटोरी दही खाएं। इसे फलों या शहद के साथ मिलाकर भी खा सकते हैं। दही को सीधे खाने के अलावा, लस्सी या छाछ बनाकर भी पिया जा सकता है। इससे शरीर को ठंडक मिलेगी और ऊर्जा बनी रहेगी।

निर्जलीकरण में तरबूज के फायदे

निर्जलीकरण में तरबूज बेहद फायदेमंद होता है। इसमें 90% से ज्यादा पानी होता है, जो शरीर को तुरंत हाइड्रेट करता है। तरबूज में विटामिन ए, सी और एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते हैं, जो त्वचा और स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। इसके नियमित सेवन से आप ताजगी महसूस करेंगे और निर्जलीकरण से बच सकेंगे। तो अगली बार जब आपको प्यास लगे, तो तरबूज का आनंद लें और अपने शरीर को हाइड्रेट रखें।

निर्जलीकरण में खीरा के फायदे

निर्जलीकरण में खीरा बहुत फायदेमंद होता है। खीरा में 90% से अधिक पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। यह इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है और ताजगी देता है। खीरा खाने से पेट भी ठंडा रहता है और पाचन अच्छा होता है। दिन में 1-2 खीरे सलाद में खाएं या ऐसे ही कच्चे खा सकते हैं। खीरे का जूस भी पी सकते हैं। गर्मी के दिनों में इसे नियमित रूप से खाने से निर्जलीकरण से बचा जा सकता है। इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें और शरीर को हाइड्रेटेड रखें। खीरा सरल और प्राकृतिक तरीका है, स्वस्थ रहने का!

निर्जलीकरण में नींबू पानी के फायदे

निर्जलीकरण में नींबू पानी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को हाइड्रेट करता है और ताजगी देता है। नींबू पानी में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। नींबू पानी बनाने के लिए एक गिलास पानी में आधे नींबू का रस मिलाएं। इसे दिन में 2-3 बार पिएं। खासकर सुबह खाली पेट और दोपहर में खाना खाने के बाद पिएं। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और थकान दूर करता है। गर्मियों में नींबू पानी से बेहतर कुछ नहीं। इसे अपने रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बनाएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें!

निर्जलीकरण में जौ का पानी के फायदे

निर्जलीकरण में जौ का पानी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। जौ का पानी पचने में आसान होता है और पाचन तंत्र को भी सुधारता है। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के अंदरूनी अंगों को पुनर्जीवित करता है। जौ का पानी बनाने के लिए, एक मुट्ठी जौ को एक लीटर पानी में उबालें और ठंडा होने दें। इसका सेवन दिन में 2-3 बार कर सकते हैं। निर्जलीकरण से बचने के लिए जौ का पानी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, इसे जरूर आजमाएं!

कृपया ध्यान दें:-

स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए यह एक सामान्य जानकारी है इसे चिकित्सीय निर्देश या सलाह न समझें। आपका जीवन बहुमूल्य है, कृपया इसे व्यवहार में लाने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से उचित सलाह लेने की सलाह दी जाती है।

निर्जलीकरण की रोकथाम – prevention of dehydration in hindi

निर्जलीकरण की रोकथाम इन उपायों को अपनाकर कर सकते हैं :

  • दिन में कम से कम10 गिलास पानी पिएं।
  • ताजे फलों का रस जैसे नारियल पानी पिएं।
  • छाछ और दही पेट को ठंडक देते हैं और हाइड्रेट रखते हैं।
  • तरबूज, खीरा और संतरा जैसे रसदार फल खाएं।
  • चाय और कॉफी का सेवन कम करें।
  • गर्मियों में और व्यायाम के दौरान नियमित अंतराल पर पानी पिएं।
  • ओआरएस घोल, नींबू पानी और इलेक्ट्रोलाइट पेय पिएं।
  • हल्का और ताजा खाना खाएं तथा मसालेदार व तला-भुना खाना न खाएं।
  • धूप से बचने के लिए घर से बाहर निकलते समय टोपी या छाता का इस्तेमाल करें।
  • पुदीना और तुलसी की हर्बल चाय पिएं।
  • शराब का सेवन कम से कम करें।
  • प्यास को नज़रअंदाज़ न करें इसलिए प्यास लगने पर तुरंत पानी पिएं।
  • ज्यादा पसीना आने पर पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन बढ़ाएं।
  • गर्मियों में हल्के और सूती कपड़े पहनें।

यात्रा के दौरान पानी और हाइड्रेशन का खास ध्यान रखें। इन सारी बातों का ध्यान रखना है अन्यथा गंभीर रूप से निर्जलीकरण से हो सकती है।

निर्जलीकरण में आहार – diet for dehydration in hindi

निम्नलिखित आहार का सेवन करके निर्जलीकरण से बचा जा सकता है :

  • प्रयाप्त पानी पिएं। प्रतिदिन लगभग 10 गिलास।
  • नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है।
  • तरबूज, खीरा, संतरा और स्ट्रॉबेरी खाएं। ये पानी से भरपूर होते हैं।
  • सब्जियों में खीरा, टमाटर, पालक आदि का सेवन करें।
  • छाछ का सेवन करें, यह शरीर को ठंडक और हाइड्रेट करता है।
  • निर्जलीकरण में नींबू पानी पीना फायदेमंद होता है।
  • टमाटर सूप और वेजिटेबल सूप लें।
  • ताजे फल और दही की स्मूदी पिएं।
  • पुदीना की चाय पिएं।
  • एलोवेरा जेली खाने में शामिल करें।
  • ताजे दही का सेवन करें।
  • चिया सीड्स को पानी में भिगोकर खाएं।

निर्जलीकरण में परहेज – dehydration foods to avoid in hindi

निर्जलीकरण में निम्नलिखित परहेज की आवश्यकता हो सकती है :

  • कैफीन से बचें। जैसे- चाय, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स आदि।
  • शराब पीने से शरीर में पानी की कमी होती है।
  • तला-भुना खाना से परहेज करें, यह शरीर में डिहाइड्रेशन को बढ़ाता है।
  • मसालेदार भोजन प्यास को बढ़ाता है जो निर्जलीकरण का कारण बन सकता है।
  • अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ कम खाएं।
  • चीनी या मीठे पेय और मिठाइयों से परहेज करें।
  • पैकेज्ड और जंक फूड से दूर रहें।
  • कोल्ड ड्रिंक्स और सोडा का सेवन कम करें।
  • गाढ़े फलों के रस से बचें, पतले जूस पिएं।
  • गर्म मौसम में अधिक व्यायाम या बहुत अधिक पसीना बहाने वाली गतिविधियों से बचें।
  • जरूरत से ज्यादा दूध का सेवन न करें।
  • कुछ हर्बल चाय शरीर में पानी की कमी कर सकती हैं।
  • प्रोटीन का अत्यधिक सेवन भी निर्जलीकरण का कारण बन सकता है।

इन चीजों से बचें और खुद को हाइड्रेट रखें। अपने शरीर की सुनें और जरूरत पड़ने पर प्रयाप्त पानी पिएं।

निर्जलीकरण के नुकसान – dehydration side effects in hindi

निर्जलीकरण के नुकसान निम्नलिखित हैं :

  • शरीर में ऊर्जा की कमी से थकान हो जाती है।
  • शरीर में पानी की कमी से सिरदर्द व चक्कर आ सकते हैं।
  • त्वचा बेजान और रूखी हो जाती है।
  • निर्जलीकरण में पेशाब कम और गहरे रंग का होता है, साथ ही पेशाब में जलन हो सकता है।
  • पेट साफ नहीं होता और कब्ज हो जाता है।
  • पानी की कमी से चिड़चिड़ापन और मूड खराब हो सकता है।
  • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन हो सकती है।
  • पानी की कमी से दिल की धड़कन तेज हो सकती है।
  • मस्तिष्क की कार्यक्षमता घट सकती है जिससे ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होती है।
  • पेट में गैस और अपच की समस्या हो सकती है।
  • पेट में भारीपन और असहजता महसूस होती है जिससे बदहजमी की समस्या हो सकती है।
  • पानी की कमी से किडनी में पथरी बनने का खतरा बढ़ जाती है।
  • पानी की कमी से मुंह सूख जाता है और सांसों में बदबू आ जाती है।
  • निर्जलीकरण के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है।

इन नुकसानों से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।

FAQ – home remedies for dehydration in hindi

निर्जलीकरण क्या है

निर्जलीकरण तब होता है जब आपके शरीर में पर्याप्त पानी नहीं रहता और ऐसा तब होता है जब आप कम पानी पीते हैं या आपका शरीर ज्यादा पानी खो देता है। इससे थकान, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं। हाइड्रेटेड रहने के लिए रोज़ाना पर्याप्त पानी पिएं और ताजे फल खाएं।

निर्जलीकरण के लक्षण क्या हैं

निर्जलीकरण के लक्षणों में थकान, सिरदर्द और चक्कर आना शामिल हैं। इसमें मुंह सूखता है और प्यास बढ़ जाता है। पेशाब का रंग गहरा हो जाता है और मात्रा कम हो जाती है। त्वचा सूखी और बेजान हो जाती है। अगर ये लक्षण दिखें, तो तुरंत पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।

निर्जलीकरण कब होता है

निर्जलीकरण तब होता है जब हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। यह तब होता है जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते या पसीना, पेशाब और सांस के माध्यम से ज्यादा पानी खो देते हैं। इससे थकान, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं। इसलिए, हमेशा पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।

गंभीर निर्जलीकरण के लक्षण क्या है

गंभीर निर्जलीकरण (severe dehydration in hindi) के लक्षणों में तेज प्यास, चक्कर आना बेहद सूखी त्वचा, पेशाब का गहरा रंग और कम पेशाब आना शामिल हैं। इसके अलावा, थकान, कमजोरी और दिल भी तेजी से धड़कता है।

निर्जलीकरण का कारण क्या है ?

जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो इसके कारण निर्जलीकरण हो सकती है । यह कम पानी पीने, ज्यादा पसीना आने, उल्टी या दस्त होने और ज्यादा पेशाब करने से हो सकता है। गर्मियों में और शारीरिक मेहनत करने पर यह समस्या बढ़ जाती है। हमेशा पर्याप्त पानी पीते रहें ताकि आप हाइड्रेटेड रहें।

निर्जलीकरण को रोकने के उपाय बताएं

निर्जलीकरण को रोकने के लिए प्रयाप्त पानी पिएं। दिनभर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी लेते रहें। ताजे फल और सब्जियाँ खाएं, इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। गर्मियों में विशेष ध्यान दें और पसीना अधिक आने पर इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय लें। शराब और कैफीन का सेवन कम करें।

शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति कब आती है

शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति तब आती है जब हम पर्याप्त पानी नहीं पीते या ज्यादा पसीना, उल्टी या दस्त से पानी खो देते हैं। गर्मी में व्यायाम के दौरान या बीमारियों में यह समस्या बढ़ सकती है। इसे रोकने के लिए नियमित रूप से पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।

निर्जलीकरण क्या है इसे कैसे दूर किया जाता है

निर्जलीकरण वह स्तिथि है जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसे दूर करने के लिए ज्यादा पानी पिएं साथ में नारियल पानी और इलेक्ट्रोलाइट पेय भी लें। ताजे फल और सब्जियाँ खाएं। नियमित रूप से पानी पिएं, खासकर गर्मियों में या व्यायाम के बाद। हाइड्रेटेड रहें और सेहतमंद बनें।

शरीर में निर्जलीकरण के द्वारा किसकी कमी होती है

शरीर में निर्जलीकरण पानी की कमी के कारणों से होती है, यह स्तिथि तब होता है जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते और शरीर से अधिक पानी निकलता है, जैसे कि पसीने, पेशाब आदि से। इसके परिणामस्वरूप हमारे शरीर की ऊर्जा कम हो सकती है और तनाव, सिरदर्द, चक्कर और थकान हो सकती है।

अंतिम संदेश

home remedies for dehydration in hindi के इस लेख में आपने जाना निर्जलीकरण की परिभाषा, निर्जलीकरण के लक्षण, निर्जलीकरण के कारण, निर्जलीकरण के लिए घर उपचार साथ में निर्जलीकरण की रोकथाम, निर्जलीकरण में आहार, निर्जलीकरण में परहेज, निर्जलीकरण के नुकसान आदि के बारे में। तो ये थे home remedies for dehydration in hindi के लिए एक छोटी सी जानकारी, आगे इस तरह के जानकारी पाने के लिए इसे सबस्क्राइब करें।

Social Share:

नमस्कार दोस्तों, मैं इंडिया के सबसे बड़े लौहनगरी जमशेदपुर, झारखंड से हूँ। मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ और इस ब्लॉग पर प्राकृतिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों की जानकारी, प्राकृतिक उपचार, घरेलू उपचार से संबंधित जानकारी नियमित साझा करता रहता हूँ।

Discover more from Success Samadhan

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading