सहजन के 16 असरदार फायदे | sahjan benefits in hindi

sahjan benefits in hindi के इस आर्टिकल में आप जानने वाले हैं, सहजन क्या होता है, सहजन के औषधीय गुण, सहजन के औषधीय उपयोग तथा सहजन के फायदे। इसके अलावा सहजन के अन्य नाम, सहजन के उपयोगी भाग, सहजन किस रूप में उपलब्ध है, सहजन के अन्य दवा के साथ प्रतिक्रिया, सहजन के नुकसान आदि को भी जानने वाले हैं । जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।

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5 सहजन के फायदे – sahjan benefits in hindi

सहजन क्या होता है – what is moringa in hindi

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  • सहजन का परिचय (moringa introduction) : सहजन (moringa hindi) एक सब्जी का पेड़ है जिसकी लंबाई 20-30 फूट तक हो सकता है। इसकी पेड़, डाल को काटकर लगाया जाता है। इसके अलावा इनके बीज से उत्पन्न पेड़ निकलता है जिसे दूसरा प्रजाति का माना जाता है। सहजन साल में एक बार बसंत ऋतु में फल देता है। सहजन के पत्ते, फल तथा फूल को सब्जी के रूप में खाया जाता है। इसके सभी भाग विभिन्न पोषक तत्वों से भरा हुआ होता है। इसके अलावा इसमें बहुत सारे औषधीय गुण भी पाया जाता है। इसलिए इसे पोषण के रूप में और दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। आज हम यहाँ पर सहजन को दवाई के रूप में कैसे उपयोग किया जाय, इसके बारे में थोड़ा डिटेल्स में जानने की कोशिश करेंगे।
  • सहजन का वैज्ञानिक नाम (moringa scientific name in hindi) : (moringa oleifera) मोरिंगा ऑलिफेरा
  • सहजन का कुल नाम (moringa family name in hindi) : (Moringaceae) मोरेंगेसी

सहजन के अन्य नाम – moringa other names in hindi

सहजन के कई नाम हैं, जिसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है; जो इस प्रकार है:

  • हिन्दी (moringa hindi name) – सहजन, मूनगा
  • अंग्रेजी (sahjan english name) – moringa, drumstick
  • संस्कृत – मोचक
  • बंगाली – सजिना
  • ओडिया – मुनीया
  • उर्दू – चब नकारा
  • मराठी – शेगटा
  • गुजराती – सेगते
  • तेलुगू – मुनगा
  • तमिल – मुंकाई
  • मलयालम – सहिजनो
  • पंजाबी – सोंहजना
  • नेपाली – सज्योन
  • कन्नड़ – नुगगी
  • लैटिन – moringa oleifera या मोरिंगा ऑलिफेरा

सहजन के औषधीय गुण – moringa medicinal properties in hindi

सहजन कई प्रकार के औषधीय गुणों से भरा पड़ा है। सहजन की तासीर गर्म होती है। सहजन का स्वाद कुछ कैसेले, कुछ मिर्च जैसी है। सहजन में 90 से अधिक प्रकार के पोषक तत्व, विटामीन्स, मिनरल्स आदि पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें 45 से भी अधिक एंटीऑक्सिडेंट गतिविधि, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-कैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी आदि गुण पाया गया है। चिकितस्यकों के अनुसार सहजन वात-पित्त-कफ यानि त्रिदोष शामक होता है। आयुर्वेद के अनुसार मानव शरीर में त्रिदोष के कारण उत्पन्न 200 से अधिक प्रकार के विकारों को ठीक कर सकता है। साथ ही यह इन विकारों से शरीर की रक्षा करने में भी सक्षम है।

सहजन के औषधीय उपयोग – moringa uses in hindi

सहजन के पत्ते का उपयोग (moringa leaves uses in hindi) रक्तचाप कम करने में, शारीरिक वजन कम करने में, सूजन कम करने के लिए, शुगर नियंत्रण करने के लिए, गठिया के दर्द को कम करने में, पेट के अल्सर में , कैंसर में भी उपयोगी है।

सहजन के तेल (moringa oil uses in hindi) हाई ब्लडप्रेसर को कम करने में, गठिया बाई में आदि में किया जाता है। सहजन का फल सब्जी के रूप में खाया जाता है जो आहार अनुपूरक का काम करता है।

मोरिंगा पत्ते का पाउडर के उपयोग पोषक तत्व को पूरा करने के लिए आहार अनुपूरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा लिवर विकारों में, थाइरॉइड, थकान में, हृदय स्वास्थ्य के लिए, मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में, अस्थमा, गठिया आदि जैसी अनेक विकारों में उपयोगी माना जाता है।

सहजन के गोंद का उपयोग (moringa gond uses in hindi) गठिया में, कान दर्द में, दांत के विकारों में, मूत्र संबंधी विकारों में उपयगी है।

सहजन के जड़ का उपयोग सर दर्द में, टाइफॉइड, कानदर्द, पेट दर्द, दाद, खजली, फोड़ा, फायलेरिया, मंदाग्नि में, जलोदर आदि विकारों में अन्य जड़ी-बूटी के साथ मिलाकर उपयोग में लाया जा सकता है। इससे इनका उपयोगिता बढ़ जाती है।

सहजन के फायदे – sahjan benefits in hindi

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सहजन के औषधीय उपयोग (moringa uses in hindi) जानने के बाद अब हम सहजन के फायदे (sahjan benefits in hindi) के कुछ असरदार फायदों को जानेंगे:

रक्तचाप कम करने में – moringa benefits for High BP in hindi

उच्च रक्तचाप (High BP) को कम करने में सहजन एक सरल और सुरक्षित घरेलू उपचारों में माना जा सकता है। यह बहुत तेजी से रक्तचाप को कम करने में सक्षम पाया गया है। इसके लिए सहजन के ताजे पत्तियों का काढ़ा बनाकर सुबह-शाम सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा सहजन के पाउडर या कैप्सूल को भी लिया जा सकता है। इसे पानी या शहद के साथ सेवन करें। अपने रक्तचाप की निगरानी करें या डॉक्टर की सलाह लें।

वजन घटाने में सहजन के फायदे – moringa benefits for weight loss in hindi

प्राकृतिक उपचार से वजन को कम करने में मोरिंगा मददगार हो सकता है। मोरिंगा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण इसके लिए सहायक है। साथ ही इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है जिसके कारण यह वजन को नियंत्रण करने में सहायक माना जाता है। वजन घटाने के लिए सहजन के जूस या पत्तियों का काढ़ा का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही आप अपने डाइट पर ध्यान दे और नियमित शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं।

सूजन में सहजन के फायदे – moringa benefits for inflammation in hindi

सहजन को नियमित रूप से सेवन करने से सूजन में भी राहत पाया जा सकता है। इसमें सूजन रोधी गुण पाया जाता है। सूजन कम करने के लिए मोरिंगा कैप्सूल को सुबह-शाम नियमित सेवन करें। मात्रा एक दिन में 500 मिलीग्राम तक लिया जा सकता है।

गठिया बाई में सहजन के फायदे – moringa benefits for arthritis in hindi

सहजन के पत्ते और बीजों में गठिया बाई के लिए लाभकारी गुण होते हैं। इसमें विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जो गठिया रोग को दूर करने में मदद कर सकती हैं। इसका उपयोग आमतौर पर पत्तियों के रूप में या पाउडर या जूस के रूप में भी किया जा सकता है। नियमित 1 ग्राम सहजन का पाउडर या 10-20 मिलीग्राम जूस को दिन में दो बार सेवन करें। गठिया में सहजन के तेल से मालिश करने से जल्दी आराम मिलता है।

अस्थमा में सहजन के फायदे – moringa benefits for asthma in hindi

सहजन अस्थमा में एक उपयोगी आयुर्वेदिक उपचार है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो श्वासनली को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। सहजन के पत्ते या रस को नियमित रूप से लिया जा सकता है, यह बेहतरीन परिणाम देता है। इसके लिए नियमित खाली पेट सुबह-शाम 5-7 पत्तियों को चबा कर उसका रस पी लें।

अनिद्रा में सहजन के फायदे – moringa benefits for Insomnia in hindi

सहजन अनिद्रा में एक उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें मौजूद गुण मस्तिष्क को शांति और शरीर को राहत प्रदान करती है, जो अनिद्रा के रोगियों को नींद लाने में मदद कर सकते हैं। यह शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने, थकान को दूर करने और नींद की गुणवत्ता को सुधारने में सहायक हो सकता है। नींद लाने के लिए सहजन पत्तियों के 50- 60 मिली काढ़े या चाय का सेवन करें।

कैंसर में सहजन के फायदे – moringa benefits for cancer in hindi

सहजन का उपयोग कर कैंसर में राहत पाया जा सकता है। सहजन में कैंसर रोधी गुण पाया गया है। सहजन में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं, जो कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं। सहजन के नियमित उपयोग से कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। इसके लिए सहजन या मोरिंगा के 1-1 कैप्सूल सुबह-शाम सेवन करें।

थाइरॉइड में सहजन के फायदे – moringa benefits for thyroid in hindi

सहजन थाइरॉइड में एक प्राकृतिक उपचार के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसमें फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो थाइरॉइड के संतुलन को सुधार सकते हैं। इसके लिए सहजन के सूप पियें या इनके एक ग्राम पाउडर शहद के साथ सेवन करें।

पौष्टिक आहार के रूप में सहजन के फायदे – moringa benefits for supplement in hindi

सहजन आहार अनुपूरक (supliment) के रूप में उपयोगी है। इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और आवश्यक पोषक तत्व होता है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं तथा इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। सहजन को सब्जी के रूप में या इसे पाउडर के रूप में सेवन किया जा सकता है। सहजन को आहार अनुपूरक के लिए सप्ताह में दो या तीन बार ही इस्तेमाल करें।

त्वचा के लिए सहजन के फायदे – moringa benefits for skin in hindi

सहजन त्वचा के लिए एक सरल घरेलू उपचार माना जा सकता है। चूंकि सहजन में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी तथा एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके लिए सहजन के तेल को त्वचा पर लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें। नियमित इस्तेमाल से त्वचा के अनेक समस्याओं में लाभ होता है। यह उपाय मस्सों और मुहाँसों के लिए भी फायदेमंद होती है।

लिवर के लिए सहजन के फायदे – moringa benefits for liver in hindi

सहजन एक प्राकृतिक उपचार है जो लिवर के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें विटामिन C, एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो लिवर के स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करते हैं। लिवर के लिए सहजन पाउडर या 1-1 कैप्सूल को शहद के साथ इस्तेमाल करें।

जलोदर में सहजन के फायदे – moringa benefits for ascites in hindi

सहजन को जलोदर में एक प्रभावी उपाय माना जाता है। सहजन में आवश्यक पोषक तत्व और अन्य महत्वपूर्ण औषधीय गुण होते हैं जो मूत्र निर्माण को बढ़ावा देते हैं। यह मूत्राशय से पेशाब के द्वारा विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। इसके लिए सहजन के पत्तियों के काढ़े का सेवन करें या कैप्सूल को सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।

एकाग्रता में सहजन के फायदे – moringa benefits for concentration in hindi

सहजन मानसिक एकाग्रता को बढ़ाने में मदद कर सकती है। इसमें विटामिन C, B और कैरोटीन होता है, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आजकल मानसिक तनाव और चिंता की समस्याएं आम हो गई है। रोजाना सहजन का 1-1 कैप्सूल सुबह-शाम सेवन करें या एक से दो चमच इसके रस का सेवन करें।

हृदय के लिए सहजन के फायदे – moringa benefits for heart in hindi

सहजन हृदय के लिए एक महत्वपूर्ण आहार है। इसमें विटामिन्स, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे गुणकारी तत्व होते हैं जो हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। वर्तमान समय में, जीवनशैली के तेजी से बदलाव के कारण हृदय की समस्या बढ़ रही है। इसके लिए सहजन के ताजे रस का सेवन करें।

चक्कर में सहजन के फायदे – moringa benefits for dizziness in hindi

सहजन चक्कर में एक उपयोगी घरेलू नुस्खा माना जा सकता है। इसमें आवश्यक विटामिन्स, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान कर चक्कर से राहत देते हैं। इसके लिए सहजन के चाय का सेवन कर सकते हैं।

मधुमेह में सहजन के फायदे – moringa benefits for diabetes in hindi

सहजन मधुमेह के लिए उपयोगी उपाय माना जा सकता है। सहजन में मधुमेह रोधी गुण पाया जाता है जो शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। सहजन का सेवन इन्सुलिन के स्तर को संतुलित करके रक्त शर्करा को कंट्रोल कर सकता है। सहजन के पत्ते का जूस का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा इसे रोजाना अपने आहार में शामिल करने से लाभ होता है।

कृपया ध्यान दें:-

स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए यह एक सामान्य जानकारी है इसे चिकित्सीय सलाह या दिशा-निर्देश न समझें। आपका जीवन बहुमूल्य है, कृपया इसे उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर से उचित सलाह लेने की चेष्टा करें।

सहजन के उपयोगी भाग – useful parts of moringa in hindi

मुख्य रूप से सहजन के इन भागों को आयुर्वेदिक उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है:

  • सहजन के पत्ते (moringa leave)
  • सहजन के बीज (moringa seeds)
  • सहजन के जड़ (moringa roots)
  • सहजन के छाल (moringa bark)
  • सहजन के फूल (moringa flower)
  • सहजन के गोंद (moringa gond)

सहजन किस रूप में उपलब्ध है

अक्सर बाजार में सहजन इस रूप में उपलब्ध होता है :

  • सहजन की पत्ती का पाउडर (moringa powder)
  • सहजन कैप्सूल (moringa capsule)
  • सहजन टैबलेट (moringa tablet)
  • सहजन का तेल (moringa seeds oil)
  • सहजन बीज (moringa seeds)
  • सहजन पत्ते का जूस (moringa juice)

सहजन में पोषक तत्व – moringa nutritional value per 100g in hindi

यहाँ सहजन (moringa oleifera) के ताजे पत्तियों के पोषक तत्व की मात्रा की एक आम सूची दी गई है, प्रति 100 ग्राम में:

सहजन की पोषक तत्वप्रति 100 ग्राम ताजे पत्तियों में
ऊर्जा92 कैलोरी
जल78.66 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट8.28 ग्राम
फाइबर आहार2 ग्राम
प्रोटीन9.4 ग्राम
कुल वसा1.4 ग्राम
चीनी0.66 ग्राम
आयरन4 मिलीग्राम
कैल्शियम185 मिलीग्राम
ताँबा0.08 मिलीग्राम
जस्ता0.6 मिलीग्राम
मैगनीशियम147 मिलीग्राम
मैंगनीज0.36 मिलीग्राम
फॉसफोरस112 मिलीग्राम
विटामिन A378 माइक्रो ग्राम
विटामिन B-61.2 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.66 मिलीग्राम
विटामिन C51.7 मिलीग्राम
विटामिन E448 मिलीग्राम
थायमिन0.25 मिलीग्राम
फोलेट40 माइक्रो ग्राम
नियासिन2.22 मिलीग्राम
पैंथोथेटिक अम्ल0.12 मिलीग्राम
पोटैशियम337 मिलीग्राम
सोडियम9 मिलीग्राम
सहजन के ताजे पत्तियों के पोषक तत्व की मात्राएं

कृपया ध्यान दें कि इन मात्राओं में छोटी भूलें हो सकती हैं और प्राकृतिक संयोजन के आधार पर मात्रा भिन्न हो सकती है।

सहजन की अन्य दवा के साथ प्रतिक्रिया – moringa interactions with medications in hindi

सहजन कुछ दवाओं के साथ मिलकर प्रतिक्रिया कर सकती हैं जिससे कुछ दवाओं का प्रभाव शरीर पर कम या ज्यादा हो सकता है। इन स्तिथियों में सहजन का सेवन न करें:

  • मधुमेह की दवाओं के साथ
  • रक्तचाप के दवाओं के साथ
  • कुछ अंग्रेजी दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है।

किसी भी अन्य दवाओं के साथ सहजन को लेने से पहले डॉक्टर से उचित सलाह लें।

सहजन के नुकसान – moringa side effects in hindi

सहजन अधिक मात्रा में सेवन न करें और सहजन का इस्तेमाल ज्यादा अविधि तक लगातार न करें। कुछ स्तिथियों में सहजन के लाभ के साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  • पाचन संबंधी समस्या, दस्त, सूजन, पेट में ऐंठन, मतली आदि जैसी मामूली सी समस्या हो सकती है।
  • गर्भस्था के दौरान सहजन के जड़, छाल, फूल का सेवन न करें, गर्भपात होने का खतरा रहता है।
  • इससे मुंह के कैंसर होने के कारण बन सकते है।
  • आयोडीन से एलर्जी वाले लोग सहजन का इस्तेमाल न करें।

FAQ – sahjan benefits in hindi

सहजन को इंग्लिश में क्या कहते हैं

सहजन को अंग्रेजी में ‘Drumstick’ या ‘Moringa’ कहा जाता है।

सहजन के पत्ते का काढ़ा कैसे बनाएं

सहजन के पत्ते का काढ़ा बनाने के लिए, सहजन के 8-10 पत्तों को धोकर काट लें। पानी में पत्तों को उबालें, फिर उन्हें चावल के चावल के पानी में मिलाकर पीएं।

सहजन कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?

सहजन कई बीमारियों में काम आता है, जैसे डेंगू में, किडनी स्टोन में, उच्च रक्तचाप में, डायबिटीज़ में, थायरॉइड में, पेट की समस्या आदि में। सहजन के पत्तियों और फलों को रोगों के इलाज और आहार अनुपूरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

सहजन का पौधा कैसा होता है

सहजन का पौधा अथवा पेड़ मध्यम मजबूत और तेजी से बढ़ने वाला होता है। इसके पत्ते छोटे, हरे और शाखा युक्त होते हैं। सहजन के फली मीठे, कैसेले होते हैं और इसका उपयोग सब्जी तथा चिकित्सा के लिए होता है।

सहजन के पत्ते का जूस कैसे बनाएं

सहजन के पत्ते का जूस बनाने के लिए, सहजन के पत्तों को धोकर काट लें। फिर उन्हें मिक्सर में पीस लें और पानी या नारियल पानी के साथ मिलाएं। चाहे तो नींबू या शहद भी मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

सहजन का पेड़ कहां मिलेगा

सहजन का पेड़ भारत में व्यापक रूप से पाया जाता है। यह अधिकांश उत्तर भारत में मिलता है, लेकिन यह दक्षिण भारत में भी कुछ स्थानों पर पाया जा सकता है।

सहजन की पत्ती कैसे खाएं

सहजन के पत्तियों को पकाकर या कच्चा खाया जा सकता है। वे प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती हैं। पत्तियों को धोकर सलाद बना सकते हैं, या उन्हें सब्जी के रूप में भी खाया जा सकता है।

सहजन की तासीर कैसी होती है

सहजन एक उपयोगी पौधा है जिसकी तासीर उष्ण होती है। यह पाचन को सुधारता है, वजन कम करने में मदद करता है और मधुमेह के नियंत्रण में सहायक हो सकता है। इसके पत्ते और फल उपयोगी होते हैं।

प्रेगनेंसी में सहजन खाना चाहिए

प्रेगनेंसी में सहजन खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। यह विटामिन ए, सी और केल्शियम से भरपूर होता है जो गर्भावस्था के दौरान माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। हालांकि सहजन की मात्रा को ध्यान में रखते हुए सेवन करना जरूरी होता है।

अंतिम संदेश

sahjan benefits in hindi के इस लेख में आपने जाना सहजन क्या होता है? सहजन के औषधीय उपयोग, सहजन के फायदे तथा सहजन सेवन के संभावित नुकसान क्या-क्या है? इस लेख में सहजन से संबंधित बेहतर जानकारी देने की कोशिश की गई है, आशा है आपको पसंद आ गए होंगे। अगर आप प्राकृतिक चिकितस्या की जानकारी पाने के लिए इंटेरेसटेड है तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe करना न भूलें। sahjan benefits in hindi के इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं इंडिया के सबसे बड़े लौहनगरी जमशेदपुर, झारखंड से हूँ। मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ और इस ब्लॉग पर प्राकृतिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों की जानकारी, प्राकृतिक उपचार, घरेलू उपचार से संबंधित जानकारी नियमित साझा करता रहता हूँ।

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