साइज है छोटा, फायदे 12 | Bhumi amla benefits hindi

Bhumi amla benefits hindi के इस लेख में भूमि आंवला क्या है? भूमि आंवला के गुण और फायदे, भूमि आंवला के औषधीय उपयोग तथा भूमि आंवला के नुकसान को जानेंगे। इसके अलावा भूमि आंवला के अन्य नाम, भूमि आंवला कितने प्रकार के होते हैं आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

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भूमि आंवला क्या होता है – what is bhumi amla in hindi

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  • भूमि आंवला का परिचय: यह (Bhumi Amla Hindi) आंवले की पत्तियों की तरह पतला-बढ़ने वाला होता है। इसलिए इन पौधे की पत्तियों को आंवले की पत्तियां भी कहा जाता है। इसके फल बिल्कुल आंवले जैसे दिखते हैं और यह बहुत छोटा पौधा होता है। पौधे की ऊंचाई लगभग 8 इंच से 2 फुट तक हो सकती है। भूमि आंवलें के पत्तियों के रंग हल्के हरे की और मुलायम होती हैं। भूमि आंवला एक आयुर्वेदिक दवाई है। इसलिए इसे भुई आंवला या भूमि आंवला कहते हैं। भूमि आंवला एक कसैला जड़ी बूटी है जिसका स्वाद मीठा होता है।
  • भूमि आंवला का वैज्ञानिक नाम (bhumi amla scientific name in hindi): Phyllanthus niruri या फायलेनथस निरुरी
  • भूमि आंवला परिवार नाम (bhumi amla family name in hindi): (Euphorbiaceae) यूफॉर्बिएसी
  • उपयोग में कैसे लाया जाता है (Bhumi Amla Hindi): इसे उखाड़ कर व छाया में सुखा कर उपयोग किया जाता है।
    • पंचांग: पीलिया के इलाज के लिए इसके पंचांग के रस का उपयोग किया जाता है। त्वरित इलाज के लिए इसकी जड़ का पाउडर ताजे दूध के साथ लिया जा सकता है। इसके सूखे पाउडर को घी के साथ मिलाकर घावों तथा अल्सर के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके पंचांग के रस का उपयोग ल्यूकोरिया और सूजाक के लिए भी किया जा सकता है।
    • पत्तियां: अल्सर का इलाज पौधे की पत्तियों या जड़ों का काढ़ा बनाकर किया जा सकता है। त्वचा रोगों के इलाज के लिए इसकी पत्तियों का नमक के साथ काढ़ा बनाया जा सकता है। इनके पत्तियों को छाया में सुखा कर इससे टैबलेट और कैप्सूल का निर्माण होता है। पत्तियों को नमक के साथ मिलाकर त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
    • फल: इसके फलों का उपयोग आमतौर पर रक्तस्राव और दस्त के इलाज के लिए किया जाता है। साथ ही चवनप्राश, फेस लोशन, हेयर ऑयल और टूथ पाउडर बनाने के लिए भी किया जाता है। सर्दी के मौसम में इस पौधे पर आंवले के आकार के छोटे-छोटे फल लगते हैं। इस पौधे के फल बड़ी मात्रा में लगते हैं। इसलिए इसे बहुफलयुक्त कहा जाता है। इस पौधे के फल गर्मियों में सूख जाते हैं। इसीलिए कार्तिक माह में फलों का संग्रहण किया जाता है तथा इसे सुखा कर पाउडर बनाया जाता है। कुछ कंपनी इसके फल और पत्तियों से जूस भी बनाता है।
    • पौधे काढ़ा:पौधे का काढ़ा मधुमेह और सीने में दर्द के इलाज में वास्तव में सहायक पाया गया है। इसके पौधे के अर्क का उपयोग हेपेटाइटिस और एचआईवी के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।

भूमि आंवला के अन्य नाम – Bhumi amla other names in hindi

Bhumi amla benefits hindi में ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है:

  • हिंदी – भुई आंवला, भूमि आंवला
  • अंग्रेजी (bhumi amla english name) – स्टोनब्रेकर (Stonebreaker)
  • बंगाली – भुई आमला
  • गुजराती – भोंएआवली
  • मराठी – भुई आंवली
  • तमिल (bhumi amla tamil name) – शिवप्पुनेल्ली
  • मलयालम (bhumi amla malayalam name) – चूकान्नकीजहानेल्ली 
  • तेलुगु – एट्टौसिरिका
  • कन्नड़ – केम्पुकिरानेल्ली
  • संस्कृत – बहुफला, बहुवीर्या
  • नेपाली – भुई आंवला
  • लैटिन (bhumi amla latin name) – Phyllanthus niruri

भूमि आंवला के उपयोग – bhumi amla uses in hindi

  • अल्सर के लिए भूमि आंवला के पत्तियों या जड़ों के काढ़ा का सेवन करना चाहिए। सूखे पाउडर और ग्रूएल पानी के मिश्रण से घावों और अल्सर का इलाज किया जा सकता है।
  • भूमि आंवला पारंपरिक औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग फैटी लिवर के उपचार के रूप में किया जाता है। भूमि आंवला पौधे में मौजूद फाइटोकेमिकल्स लीवर की बीमारियों के इलाज में उपयोगी हो सकती है।
  • भूमि आंवला न केवल शरीर को आम मौसमी बीमारियों से बचाता है। यह मूत्र और त्वचा संबंधी विकारों के इलाज में भी मदद करता है।
  • त्वचा रोगों के इलाज के लिए इनके पत्तियों को नमक के साथ मिला कर सेवन करना है।
  • भूमि आंवला पौधे का काढ़े का सेवन मधुमेह के इलाज के लिए भी किया जा सकता है।
  • पीलिया के इलाज के लिए पूरे पौधे के रस का उपयोग किया जा सकता है, तथा त्वरित उपचार के लिए ताजा दूध और जड़ों के पाउडर का उपयोग किया जा सकता है।
  • पूरे पौधे के रस का उपयोग ल्यूकोरिया, गोनोरिया, मेनोरिया और अन्य मूत्र संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए भी किया जाता है।
  • इस पौधे के अर्क हेपेटाइटिस का प्रभावी ढंग से इलाज कर सकता है।
  • Bhumi Amla का उपयोग लगभग सभी आयुर्वेदिक व्यंजनों में किया जाता है, और इसके फलों का उपयोग आमतौर पर रक्तस्राव और दस्त के इलाज के लिए किया जाता है।
  • भूख न लगने की समस्या और कामोत्तेजना बढ़ाने में मदद के लिए आप इसका लाभ उठा सकते हैं।
  • इसके अलावा, भुई आंवला के कई फायदे हैं जो आपको कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इससे अधिक प्यास लगना, खांसी और खुजली ठीक हो जाती है। यह कफ और बुखार को भी ठीक करता है।
  • इसके पेस्ट को अपने घाव पर लगाने से घाव ठीक हो जाता है। यह कुष्ठ रोग में उपयोगी है।आइए जानते हैं bhumi amla benefits hindi में इनके औषधीय गुणों से किन-किन बीमारियों में फायदा मिल सकता है।

भूमि आंवला के फायदे – Bhumi amla benefits hindi

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अल्सर में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला को छाया में सुखाकर इसे मोटा-मोटा कूटकर रख लें। इसमें 10 ग्राम भूमि आंवला को 400 मिली पानी में पकाएं। जब 100 मिली से भी कम हो जाए, तब इसे छानकर सेवन करें। सुबह खाली पेट तथा शाम को भी खाली पेट खाएं, इसके 1 घंटा बाद खाना खाएं। यह आंतों में होने वाले अल्सर (घाव) को ठीक करने वाली प्रभावी औषधि है।

मूत्र रोग में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला मूत्र संबंधी रोगों में मदद करता है। मूत्र संबंधी रोगों के इलाज के लिए सुबह एक कप पंचांग का काढ़ा लें, उसमें एक कप काढ़े में 1 चम्मच मिश्री मिलाकर पिएं। इससे पेशाब खुलकर आने लगती है।

खुजली में भूमि आंवला के फायदे

इसके लिए भूमि आंवला के पत्तों को पीसकर इसमें चुटकी भर नमक मिला लें। इसे खुजली वाले स्थान पर लगाने से खुजली जल्दी ठीक हो जाती है।

पेचिश में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला को पेचिश में बेहतर प्राकृतिक उपाय माना जाता है। बार-बार, थोड़ा-थोड़ा मल (दस्त) विसर्जन होना पेचिश का लक्षण माना जाता है। पेचिश को मेडिकल भाषा में डिसेन्ट्री कहा जाता है। इसके लिए सप्ताह में तीन बार पौधे के फल के पाउडर का काढ़ा बनाकर तब तक पीने की सलाह दी जाती है जब तक ठीक न हो जाए।

पीलिया में भूमि आंवला के फायदे – Phyllanthus niruri benefits for jaundice in hindi

Phyllanthus niruri benefits (भूमि आंवला) पीलिया के इलाज के लिए यह एक अच्छा दवा साबित हो सकता है इसके लिए पौधे की जड़ को दूध के साथ पीसकर छान लें और रोगी को सुबह-शाम 1-1 चम्मच पिलाएं। इसे 5-6 दिन पिलाने के बाद फिर से पेशाब टेस्ट करें। पीलिया में पेशाब का रंग पीला तथा रोगी के शरीर का रंग भी पीला होता है। कभी-कभी यह रंगहीन भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह भी जरूरी है। छाछ के साथ भूमि आंवला का पेस्ट को मिलाकर सेवन करने से पीलिया (jaundice) ठीक हो सकता है।

फ्लू में भूमि आंवला के फायदे

अगर आपको सर्दी या फ्लू है तो भूमि आंवला की काढ़ा आपकी मदद कर सकता है या सूखे भूमि आंवले का चूर्ण 4 चम्मच दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम को लें। इससे आपको पसीना आएगा, आपका बुखार दूर हो जाएगा, आपका मल साफ हो जाएगा और आपको अच्छी नींद आएगी। यदि आपके यकृत या प्लीहा में वृद्धि हुई है तो यह आपके बुखार को भी रोक देगा, और पुराना बुखार भी दूर हो जाएगा।

मसिकधर्म में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला मेनोरेजिया (अत्यधिक रक्तस्राव) को ठीक करने में मदद करता है। रजोनिवृत्ति में भूमि आंवले के बीज या पंचांग को पीसकर, छानकर रोगी महिला को सुबह-शाम पिलायें। इससे दर्द में राहत मिलती है।

सूजाक में भूमि आंवला के फायदे

यदि आपको सूजाक या गोनोरिया नामक गुप्त रोग है, तो भूमि आंवला के चूर्ण के काढ़े बनाकर सेवन करें। इसके लिए 15-20 ml काढ़ा और 5 ml गोधृत को सुबह-शाम नियमित सेवन करें। इसे सेवन करने से मल को साफ होती है, मूत्राशय को साफ करने और पेशाब करते समय होने वाली जलन को शांत करने हेतु उपयोग कर सकते हैं।

घाव ठीक करने में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला घाव भरने में लाभकारी है। भूमि आंवला के दूधिया रस इसके काम आता है। इसके लिए भूमि आंवला के रस को घाव पर लगाने से घाव ठीक हो जाएगा।

आँखों के लिए भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला आँखों के लिए सुरक्षित तथा लाभदायक होता है। अगर आपकी आंखें लाल होने लगें तो यह कंजंक्टिवाइटिस का संकेत है। यह एक ऐसी स्थिति है जहां आपकी आंखें लाल हो जाती हैं, हल्की सूजन होती है और बहुत दर्द होता है। आंखें खोलने से दर्द होता है। इसके उपचार के लिए भूमि आंवले के पंचांग के रस को तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। रुई के फाहे को पेस्ट में भिगो लें और अपनी आंखें बंद कर लें। स्वैब को अपनी पलकों पर रखें और लेट जाएं। यह उपाय इस रोग को ठीक करने में मदद करता है।

भूख बढ़ाने में भूमि आंवला के फायदे

भूमि आंवला भूख न लगने की समस्या का इलाज करने में मदद करता है। अगर आपको सुबह कम भूख लगती है तो 5 से 6 भूमि आंवले के पत्ते लें और उन्हें चबाएं तथा रस सहित निगल लें। इससे आपकी भूख बढ़ेगी।

लीवर के लिए भूमि आंवला के फायदे

  • लीवर के उपचार में भूमि आंवला के पंचांग को जो छाया में सुखाए गए हों मोटा-मोटा कूटकर रख लें। लगभग 10 ग्राम भुई आंवला को 400 मिली पानी में पकाएं जब दवा 100 मिली से भी कम हो जाए तो इसे छानकर सुबह नाश्ते से पहले और रात का खाना खाने से एक घण्टा पहले पी लें। यह एक दिन का खुराक है। इसे आप ठीक होने तक नियमित सेवन करें।
  • लीवर की कमजोरी को दूर करने के लिए फायदेमंद है। लीवर की कमजोरी दूर करने के लिए सुबह नाश्ते से पहले 1 चम्मच चूर्ण छाछ के साथ पियें। इससे आपका लीवर मजबूत होगा।

सावधानियाँ

भूमि आंवला दवाएँ बनाने वाली कोई सरकारी संस्था नहीं है, इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि यह दवा बनाने वाली कंपनी भरोसेमंद है या नहीं। कोई भी दवा खरीदने से पहले लेबल पर दी गई जानकारी पढ़ें। पिसे हुए भूमि आंवले से बनी कोई भी दवा लेने से पहले विशेष वैधकीय सलाह लेना चाहिए।

भूमि आंवला के उपयोग होने वाले भाग – Useful parts of bhumi amla in hindi

भूमि आंवला को बीमारी के आधार पर पांचों भाग का इस्तेमाल किया जाता है:

  • पत्ता
  • फल
  • या जड़ सहित (पत्ता, फल, फूल, जड़, तना) पूरे पौधे को

भूमि आंवला किस रूप में उपलब्ध है?

ऑनलाइन में या बाजार में भूमि आंवला निम्नलिखित रूप में उपलब्ध है:

  • पाउडर
  • टैबलेट
  • जूस
  • कैप्सूल
  • पंचांग

भूमि आंवला पोषक तत्वों का वर्गीकरण – Bhumi amla nutritional value in hindi

क्रमांकपोषक तत्वों का नामइकाईमात्रा
1.विटामिन Kmg/100g19.83
2.विटामिन B6mg/100g0.234
3.विटामिन Aµg/100g812.78
4.विटामिन Dµg/100g34.79
5.पोटैशियमppm18252
6.फास्फोरसppm6978
7.मैग्नीशियमppm2914
8.कैल्शियमppm2911
9.सोडियमppm1947
10.फेरिकppm665
11.मैंगनीजppm94
12.जिंकppm37
13.तांबाppm12
भूमि आंवला के पत्तों में मिलने वाली पोषक तत्व की मात्रा

भूमि आंवला के अन्य दवाइयों के साथ प्रतिक्रिया – bhumi amla interactions in hindi

जब भूमि आंवला को अन्य दवाओं के साथ उपयोग किया जाता है जो रक्तस्राव की संभावना को बढ़ा सकती है। भूमि आंवला रक्तचाप को कम कर सकता है, इसलिए यदि आप रक्तचाप कम करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो सावधान रहें।

भूमि आंवला आपके शरीर पर कुछ दवाओं और अल्कोहल के प्रभाव को बढ़ा सकता है। वाहन चलाते समय या मशीन आदि चलाते समय सावधान रहें।

भूमि आंवला रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, इसलिए ऐसी दवाएं लेते समय सावधान रहें जो रक्त शर्करा को कम करती हैं। यदि आपको मधुमेह है तो एक योग्य चिकित्स्यक की निगरानी में इसका सेवन करनी चाहिए।

आपके मूत्र उत्पादन को बढ़ाने वाली दवाओं, आपके रक्त शर्करा को रोकने वाली दवाओं, ऐसी दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है।

भूमि आंवला सूजन, दर्द या घावों के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करने वाली दवाओं और आपके लीवर को नुकसान पहुंचाने वाली दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है।

भूमि आंवला के नुकसान – Bhumi amla side effects in hindi

एक अध्ययन के अनुसार भूमि आंवला में कई दुष्प्रभाव होते हैं। इन दुष्प्रभावों में शामिल हैं:

  • पेट दर्द
  • जी मिचलाना
  • पेशाब करते समय दर्द होना
  • पेशाब में खून आना

FAQ – Bhumi amla benefits hindi

भूमि आंवला का सेवन कैसे करें?

भूमि आंवला जूस- प्रतिदिन सुबह नाश्ता से पहले (खाली पेट में) एक गिलास पानी में 15-20 ml जूस को मिलाकर सेवन करें।
भूमि आंवला (पाउडर) चूर्ण- 3-6 ग्राम (आधा चम्मच) भूमि आंवला चूर्ण को शहद या सादा पानी के साथ सप्ताह में तीन बार सेवन करें। भूमि आंवला को आप लंच या डिनर के बाद भी ले सकते हैं।
भूमि आंवला कैप्सूल- एक या दो कैप्सूल, दोपहर या रात के खाना खाने के बाद ले सकते हैं।
भूमि आंवला टैबलेट- एक या दो टैबलेट, दोपहर अथवा रात के खाना खाने के बाद सेवन करें।

भूमि आंवला का तासीर क्या है?

भूमि आंवला की तासीर ठंडी अथवा शीतलक होती है। इसलिए रक्तचाप वाले रोगियों को इसका इस्तेमाल अपने डॉक्टर के दिशा-निर्देश से करें।

क्या भूमि आंवला का सेवन गर्भवती महिला कर सकती हैं?

भूमि आंवला का सेवन गर्भवतीओं के लिए उतना सुरक्षित नहीं कहा जा सकता इसलिए सेवन करने से पहले चिकित्सीय सलाह की गुंजाईस की जाती है।

क्या भूमि आंवला का सेवन स्तन-पान के दौरान कर सकते हैं?

नहीं! भूमि आंवला का सेवन स्तन-पान कराने वाली महिलाओं में दूध के क्षरण में कमी आ सकती है। इसलिए इस दौरान इसका सेवन न करे तो अच्छा है।

क्या भूमि आंवला सेवन के दौरान शराब का सेवन कर सकते हैं?

भूमि आंवला आपके शरीर पर शराब या अल्कोहल और कुछ दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है। इसलिए वाहन चलाते समय या मशीनरी चलाते समय सावधान रहें।

भूमि आंवला कैसे काम करता है?

भूमि आंवला के फल में वातकारक, शीतल, कड़वा, कसैला, मधुर औषधिय गुण होता है। इसलिए यह पित्त, कफ, खांसी, अत्यधिक प्यास लगने, रक्तविकार, खुजली, घाव आदि को ठीक कर सकता है।

क्या भूमि आंवला का सेवन डायबिटीज रोगी कर सकते हैं?

डायबिटीज में भूमि आंवला का सेवन स्तिथि के अनुसार डॉक्टर के निगरानी में करना चाहिए।

भूमि आंवला कहाँ मिलता है

भूमि आंवला पूरी दुनिया में पाया जाता है। भारत में सभी स्थानों पर नमी वाले जगहों पर आसानी से पाया जा सकता है। समुद्र तल से लगभग 900 मीटर की ऊंचाई वाले स्थलों में इसके पौधे मिलते हैं। यह समस्त गीली भूमि पर पाया जाता है। यह बरसात के मौसम में बहुतायत में उगता है। यह बरसात में अपने आप उग जाता है तथा छायादार नमी वाले स्थानों पर पूरे साल मिल सकता है।

अंतिम संदेश

Bhumi amla benefits hindi के इस लेख में आपने जाना, भूमि आंवला क्या होता है? भूमि आंवला के गुण, उपयोग, फायदे तथा इनके सेवन के संभावित नुकसान क्या है? इस लेख में भूमि आंवला से संबंधित बेहतर जानकारी देने की कोशिश की गई है, आशा है आपको पसंद आए होंगे। Bhumi amla benefits hindi के इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं इंडिया के सबसे बड़े लौहनगरी जमशेदपुर, झारखंड से हूँ। मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ और इस ब्लॉग पर प्राकृतिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों की जानकारी, प्राकृतिक उपचार, घरेलू उपचार से संबंधित जानकारी नियमित साझा करता रहता हूँ।

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