असली ब्राह्मी के 16 रहस्यमयी फायदे | brahmi plant benefits in hindi

Brahmi plant benefits in hindi के इस आर्टिकल में आप जानने वाले हैं, ब्राह्मी क्या होती है, ब्राह्मी के औषधीय गुण, ब्राह्मी के औषधीय उपयोग तथा ब्राह्मी के फायदे। इसके अलावा ब्राह्मी के अन्य नाम, ब्राह्मी के उपयोगी भाग, ब्राह्मी किस रूप में उपलब्ध है, ब्राह्मी के अन्य दवा के साथ प्रतिक्रिया, ब्राह्मी के नुकसान आदि को भी जानने वाले हैं । जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।

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5 ब्राह्मी के फायदे – brahmi plant benefits in hindi

ब्राह्मी क्या होती है – what is brahmi in hindi

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  • ब्राह्मी का परिचय (Brahmi plant introduction in hindi) – ब्राह्मी (brahmi in hindi) घास की तरह दिखने वाला जड़ी-बूटी है। ब्राह्मी के पौधे नमी वाले स्थानों में पाया जाता है जो प्राकृतिक रूप से नदी के किनारे, खेतों में, तालाबों के किनारे आदि जगहों पर पाया ज सकता है। ब्राह्मी की खेती भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल आदि राज्य में की जाती है। इसके छोटे फूलों के साथ, जो सफेद, नीले और गुलाबी रंग के होते हैं। ब्राह्मी का पौधा भूमि पर फैलकर बड़ा होता है और इसके तने और पत्तियाँ मुलामय, गूदेदार होती हैं।
  • ब्राह्मी का वैज्ञानिक नाम (brahmi scientific name in hindi) – बाकोपा मोनिएरी (Bacopa monnieri)
  • ब्राह्मी परिवार का नाम (brahmi family name in hindi) – स्क्रोफुलेरियसी (Scrophularaciae)

ब्राह्मी के अन्य नाम – bacopa monnieri other names in hindi

ब्राह्मी के कई नाम है, जिसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है; जो इस प्रकार है:

  • हिन्दी (bacopa monnieri hindi name) – ब्राह्मी
  • अंग्रेजी (brahmi plant english name) – Indian pennywort, water hyssop
  • संस्कृत (bacopa monnieri sanskrit name in hindi) – ब्राह्मी, सौम्‍यलता
  • बंगाली – ब्राह्मी शाक
  • ओडिया – ब्राह्मी
  • उर्दू (bacopa monnieri urdu name in hindi) – ब्राह्मी
  • मराठी – घोल
  • गुजराती – जल ब्राह्मी
  • तेलुगू (bacopa monnieri telugu name in hindi) – सम्बरणी चेत्तु
  • तमिल (brahmi plant tamil name in hindi) – ब्राह्मी
  • मलयालम (bacopa monnieri malayalam name in hindi) – नीरब्राम्‍ही
  • पंजाबी – ब्राह्मी
  • नेपाली – ब्राह्मी
  • ब्राह्मी कॉमन नाम (bacopa monnieri common name in hindi) – बकोपा, इंडियन पेनीवॉर्ट, वाटर हिसप
  • लैटिन (brahmi latin name in hindi) – बाकोपा मोनिएरी

ब्राह्मी के गुण – brahmi medical properties in hindi

आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी की तासीर ठंडी होती है। इसकी स्वाद कसैली और तीखी होती है। ब्राह्मी बुद्धिवर्धक, पित्तशामक और मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने वाला होता है। ब्राह्मी शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीडायबिटिक गुण पाया जाता है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है।

इसके अलावा इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व, विटामीन्स, मिनरल्स आदि भी पाया जाता है, जो स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।

ब्राह्मी के औषधीय उपयोग – medicinal uses brahmi in hindi

ब्राह्मी के पत्तियों का उपयोग मिर्गी में, चिंता दूर करने में, घाव ठीक करने में, अनिद्रा में, तनाव कम करने में, ध्यान केंद्रित करने के लिए, याददाश्त बढ़ाने में, घबराहट कम करने में, मानसिक एकाग्रता के लिए किया जाता है।

इसके अलावा शारीरिक थकान दूर करने में, गठिया रोग में, शुगर कंट्रोल करने में, कैंसर को रोकने में, रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए, पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में, यौन उत्तेजना व शीघ्रपतन के लिए, सांस संबंधी समस्या में, अल्जाइमर रोग में, नसों को शांत करने में भी उपयोग किया जाता है।

ब्राह्मी का उपयोग उच्च रक्तचाप में, रक्त संचार को ठीक करने में, याददाश्त क्षमता बढ़ाने में, मूत्र मार्ग संक्रमण, शरीर से अतिरिक्त पानी को निकालने में, सूजन को कम करने में, त्वचा विकारों में, घने बालों के लिए भी किया जा सकता है।

ब्राह्मी के तेल को गठिया या जोड़ों के दर्द आदि में उपयोग किया जाता है।

ब्राह्मी के फायदे – brahmi plant benefits in hindi

ब्राह्मी के औषधीय उपयोग (medicinal uses brahmi in hindi) जानने के बाद अब हम ब्राह्मी के फायदे (brahmi plant benefits in hindi) के कुछ प्रभावशाली फायदों को जानेंगे:

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ब्राह्मी के फायदे मस्तिष्क के लिए – brahmi benefits for brain in hindi

मस्तिष्क के लिए ब्राह्मी फायदेमंद हो सकती है। मस्तिष्क को स्वास्थ्य बनाने में ब्राह्मी मदद कर सकती है। ब्राह्मी के गुण तनाव और चिंता को कम करने में सक्षम है। यह मानसिक संतुलन को बढ़ावा देती है। यह मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने, याददाश्त बढ़ाने और ध्यान केंद्रित करने में मददगार है। इसके लिए 250-500 मिलीग्राम ब्राह्मी पाउडर या 5-10 मिली ताजे रस या जूस का खाली पेट सेवन करें।

ब्राह्मी के फायदे याददाश्त के लिए – brahmi benefits for memory in hindi

याददाश्त को बढ़ाने में ब्राह्मी मददगार हो सकता है। आज की जीवनशैली में तनाव और मानसिक थकान आम हो गई है। कुछ अनुसंधानों ने ब्राह्मी के संजीवनी गुणों को प्रमाणित किया है। इसके लिए ब्राह्मी को चाय में मिलाकर सेवन करें। इसके अलावा आप 250-500 मिलीग्राम ब्राह्मी पाउडर या कैप्सूल का इस्तेमाल पानी के साथ भी कर सकते हैं।

मिर्गी में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for epilepsy in hindi

ब्राह्मी को मिर्गी में बेहतर औषधि माना जा सकता है। इसके नियमित सेवन से मिर्गी के रोगी को लाभ मिल सकता है। ब्राह्मी का उपयोग तनाव को कम करने, मस्तिष्क को स्थिर करने तथा मिर्गी के दौरे को कम करने में मदद करता है। इसके लिए 5-10 मिलीग्राम ब्राह्मी का ताजा रस या जूस का इस्तेमाल करें या चिकित्सक के परामर्श अनुसार लिया जाना चाहिए।

ब्राह्मी के फायदे बालों के लिए – brahmi benefits for hair in hindi

ब्राह्मी बालों के लिए एक उत्कृष्ट प्राकृतिक उपाय माना जाता है। यह बालों के झड़ने से रोकने, बालों का स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद करता है। इसमें कई प्रकार के विटामीन्स और मिनरल्स होते हैं जो बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने करने में मदद करते हैं। इसके लिए ब्राह्मी का तेल या ब्राह्मी पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर बालों में लगाएं और कुछ देर तक मसाज करें। लगाने के 30 मिनट बाद बालों को शैम्पू से धो लें। इससे बाल स्वास्थ्य और मजबूत बनता है।

ब्राह्मी के फायदे त्वचा के लिए – brahmi benefits for skin in hindi

ब्राह्मी त्वचा के लिए भी एक बेहतर उपचार माना जा सकता है। इसके औषधीय गुण त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। ब्राह्मी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स त्वचा के लिए उपयोगी होते हैं। यह विभिन्न त्वचा विकारों जैसे फोड़े, फुंसी, दाद, खाज-खुजली, त्वचा की रूखेपन और झुर्रियों आदि में उपयोगी होता है। इसके लिए रात को सोने से पहले ब्राह्मी का तेल प्रभावित त्वचा पर लगाएं।

ब्राह्मी के फायदे लिवर के लिए – brahmi benefits for liver in hindi

ब्राह्मी लिवर के लिए उपयुक्त आयुर्वेदिक उपचार माना जा सकता है। ब्राह्मी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण लिवर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। आजकल के जीवनशैली में बढ़ती तनाव और अनियमित आहार के कारण लिवर समस्याएं बढ़ रही हैं। ब्राह्मी लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाकर कार्य क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। इसके लिए 250 मिलीग्राम ब्राह्मी पाउडर या 10 मिली इसके रस या जूस का सेवन पानी के साथ सुबह-शाम करें।

ब्राह्मी के फायदे तंत्रिकाओं के लिए – brahmi benefits for nerves in hindi

ब्राह्मी तंत्रिकाओं के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। यह तंत्रिकाओं के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। ब्राह्मी मानसिक एकाग्रता को बढ़ाकर मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। ब्राह्मी तंत्रिकाओं के लिए ध्यान और स्थिरता लाने में मदद करती है। इसका सेवन निर्धारित मात्रा में पाउडर, ताजे रस या जूस के रूप में किया जा सकता है।

अनिद्रा में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for insomnia in hindi

अनिद्रा में ब्राह्मी का सेवन लाभकारी हो सकता है। ब्राह्मी मस्तिष्क को शांति और स्थिरता प्रदान करती है, जिससे अच्छी नींद आती है। यह तनावपूर्ण जीवन में महत्वपूर्ण है, जहां लोग अक्सर अनिद्रा की समस्या से प्रभावित होते हैं। ब्राह्मी तनाव को कम करती है और मानसिक एकाग्रता को बढ़ाती है। इसे रोजाना सुबह-शाम 250-500 मिलीग्राम की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।

रोग प्रतिरोधक के लिए ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for immunity in hindi

ब्राह्मी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद गुण तनाव को कम कर इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। ब्राह्मी मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे रोगों के खिलाफ लड़ाई की क्षमता में वृद्धि होती है। रोग प्रातरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए सुबह-शाम एक-एक कैप्सूल दूध या गुनगुने पानी के साथ इस्तेमाल करें।

कैंसर में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for cancer in hindi

ब्राह्मी कैंसर में उपयोगी उपाय माना जाता है। ब्राह्मी कैंसर के मरीजों के लिए एक संभावित उपाय हो सकती है। ब्राह्मी में कुछ ऐसी गुण मौजूद होता है, जो कैंसर को कम करने और इसको बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। ब्राह्मी का उपयोग कैंसर के इलाज में सहायक माना जाता है। चिकित्सक की सलाह के अनुसार ब्राह्मी का पाउडर, रस या जूस का इस्तेमाल किया जा सकता है।

थकान में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for tiredness in hindi

शारीरिक थकान हो या मानसिक थकान, ब्राह्मी एक उपयुक्त उपाय हो सकता है। यह मस्तिष्क को प्रेरणा प्रदान करता है, जिससे थकान और अवसाद में राहत मिलती है। आज के जीवनशैली और काम की अधिक दबाव के कारण थकावट की समस्या बढ़ रही है। यह प्राकृतिक रूप से शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने का काम करती है। थकान में ब्राह्मी को दूध के साथ सेवन करें।

तनाव में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for stress in hindi

तनाव में ब्राह्मी उपयोगी माना जाता है। ब्राह्मी तनाव को कम करने में मदद कर सकती है। यह एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपचार है जो मस्तिष्क को स्थिर करने और मन को शांत करने में सहायक होता है। वर्तमान में ज्यादातर लोग तनाव से प्रभावित हैं और ब्राह्मी उन्हें इस समस्या से निपटने में मदद कर सकती है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करती है और मन को शांत और स्थिर बनाती है।

अवसाद में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for depression in hindi

अवसाद में ब्राह्मी का उपयोग लाभदायक हो सकता है। यह मस्तिष्क को शांति और स्थिरता प्रदान करता है। ब्राह्मी का सेवन तनाव को कम करके मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है जिससे अवसाद दूर होता है। ब्राह्मी नियमित रूप से सेवन करने से मानसिक तनाव कम होता है। इसे दिन में एक बार पाउडर, रस या स्वरस के रूप में सेवन किया जा सकता है।

यौन उत्तेजना के लिए ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for sexual erection in hindi

ब्राह्मी यौन उत्तेजना अथवा कामोत्तेजना में मदद कर सकती है। ब्राह्मी मानसिक संतुलन बनाकर तनाव को कम करने में मदद करती है। ब्राह्मी में मौजूद गुण तनाव को कम करने में मदद कर सकती है साथ ही यह यौन उत्तेजना को बढ़ा सकती है। वर्तमान में तनाव या अन्य कारणों से यौन समस्याओं में वृद्धि हुई है। इसे पाउडर, स्वरस या रस के रूप में लिया जा सकता है।

रक्तचाप घटाने में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for low blood pressure in hindi

ब्राह्मी रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसमें विशेष गुण होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आजकल की जीवनशैली में तनाव और अनियमित खानपान की बजह से रक्तचाप में वृद्धि हो रही है। रक्तचाप घटाने के लिए आप रोजाना खाली पेट ब्राह्मी कैप्सूल या ताजे रस का सेवन पानी के साथ करें।

पाचन तंत्र मजबूत करने में ब्राह्मी के फायदे – brahmi benefits for strong digest system in hindi

पाचन शक्ति बढ़ाने में ब्राह्मी एक बढ़िया उपाय माना जा सकता है। ब्राह्मी पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद कर सकती है। बढ़ती तनाव और अनियमित खानपान के कारण पाचन समस्याएं आम हो रही हैं। ब्राह्मी का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इसे अधिकतम दिन में दो बार सुबह और शाम लेना चाहिए। ब्राह्मी पाउडर और जूस के रूप में उपलब्ध है, जिसे पानी के साथ लिया जा सकता है।

कृपया ध्यान दें:-

स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए यह एक सामान्य जानकारी है इसे चिकित्सीय सलाह या दिशा-निर्देश न समझें। आपका जीवन बहुमूल्य है, कृपया इसे उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर से उचित सलाह लेने की चेष्टा करें।

ब्राह्मी के उपयोगी भाग – useful part of brahmi in hindi

मुख्य रूप से ब्राह्मी के इन भागों को आयुर्वेदिक उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है:

  • ब्राह्मी के तने
  • ब्राह्मी के पत्ते – brahmi leaf
  • ब्राह्मी के फूल – brahmi flower
  • ब्राह्मी की जड़ – brahmi root

ब्राह्मी किस रूप में उपलब्ध है

बाजार में ब्राह्मी इस रूप में उपलब्ध होता है :

  • ब्राह्मी टैबलेट – brahmi tablet
  • ब्राह्मी कैप्सूल – brahmi capsules
  • ब्राह्मी पाउडर – brahmi powder
  • ब्राह्मी जूस – brahmi juice
  • ब्राह्मी सिरप – brahmi syrup
  • ब्राह्मी तेल – brahmi oil

ब्राह्मी के पोषक तत्व – brahmi nutritional value in hindi

यहाँ ब्राह्मी (Bacopa monnieri) के पोषक तत्व की मात्रा की एक आम सूची दी गई है, 100 ग्राम में:

पोषक तत्वमात्रा
प्रोटीन2.1 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट5.9 ग्राम
विटामिन C14 मिलीग्राम
फाइबर5.9 ग्राम
आयरन7.8 मिलीग्राम
कैल्शियम202 मिलीग्राम
मैग्नीशियम0.12 ग्राम
पोटासियम0.45 ग्राम
फास्फोरस16 ग्राम
आस्कोरबिक अम्ल63 ग्राम
वसा0.6 ग्राम
ब्राह्मी के पोषक तत्व की मात्राएं

कृपया ध्यान दें कि इन मात्राओं में छोटी भूलें हो सकती हैं और प्राकृतिक संयोजन के आधार पर मात्रा भिन्न हो सकती है।

ब्राह्मी के अन्य दवाई के साथ प्रतिक्रिया – brahmi intersection in hindi

ब्राह्मी कुछ दवाओं के साथ मिलकर प्रतिक्रिया कर सकती हैं जिससे कुछ दवाओं का प्रभाव शरीर पर कम या ज्यादा हो सकता है। इन स्तिथियों में ब्राह्मी का सेवन न करें:

  • लिवर के दवाओं के साथ
  • मधुमेह की दवाओं के साथ
  • थायराइड के दवाओं के साथ
  • रक्तचाप की दवाओं के साथ ब्राह्मी का सेवन नहीं करना चाहिए।

किसी भी अन्य दवाओं के साथ ब्राह्मी को लेने से पहले डॉक्टर से उचित सलाह लें।

ब्राह्मी के नुकसान – bacopa monnieri side effects in hindi

ब्राह्मी अधिक मात्रा में सेवन न करें और ब्राह्मी का इस्तेमाल ज्यादा अविधि तक न करें। कुछ स्तिथियों में ब्राह्मी के लाभ के साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  • पेट दर्द, उल्टी, मतली, पेट में ऐंठन, मुह सुखना जैसी स्तिथि हो सकती है।
  • इसके अलावा बेहोशी, चक्कर, निम्न रक्तचाप होना
  • धुंदली दृष्टि, साँस संबंधी परेशानी, मूत्र नली में रुकावट आदि समस्या हो सकता है।
  • कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या भी हो सकती है, ऐसे लोग ब्राह्मी इस्तेमाल से बचें।

FAQ – brahmi plant benefits in hindi

ब्राह्मी कितने प्रकार की होती है

ब्राह्मी के पौधे कई प्रकार के होते हैं, लेकिन आयुर्वेदिक दवा के रूप में ज्यादातर ये तीन किस्म का इस्तेमाल होता है: बकोपा मोनिएरी (Bacopa monnieri), गोटू कोला तथा सेंटेला एशियाटिका। इनमें बाकोपा मोनिएरी को असली ब्राह्मी कहा जाता है जो सबसे अधिक गुणकारी माना जाता है।

ब्राह्मी की तासीर

ब्राह्मी की तासीर ठंडी होती है। इसकी अधिक मात्रा से शरीर में ठंडक बढ़ा सकती है, पेट में एंथन आदि कारण हो सकता है। इसलिए इसे सही मात्रा में इस्तेमाल करें।

ब्राह्मी का सेवन कैसे करें

ब्राह्मी का सेवन करने के लिए एक गिलास पानी में 250-500 मिलीग्राम ब्राह्मी पाउडर डालें और उसे उबालें। फिर इसे ठंडा होने दें और शहद के साथ पिएं। इसे दिन में एक या दो बार करें। यह आपकी मानसिक तनाव को कम करता है, याददाश्त को बढ़ाता है और शारीरिक ताकत को बढ़ाता है।

ब्राह्मी का पौधा कहां मिलेगा

ब्राह्मी भारत में मिलने वाला पौधा है। यह नमी वाले स्थानों जैसे नदी किनारे, झीलों के पास, खेतों आदि में अपने-आप उगता है। भारत के कुछ राज्य यूपी, बिहार आदि में इसकी खेती भी की जा रही है।

ब्राह्मी की पहचान कैसे करें

ब्राह्मी के पौधे छोटे, रसीले, पत्ते चिकने तथा अंडाकार, इसके पौधे नमी वाली जमीन पर रेंगने वाली या फैली हुई होती हैं। ब्राह्मी बारहमासी जड़ी बूटी है। ब्राह्मी के फूलों का रंग सफेद या पीला-नीला होता है और फल छोटे होते हैं।

ब्राह्मी का पौधा दिखाएं

ब्राह्मी-का-पौधा-दिखाएं

ब्राह्मी का पौधा एक छोटा पौधा होता है जो भूमि पर फैलकर बड़ा होता है। इसके पत्ते मुलामय और गूदेदार होते हैं और फूल सफेद, नीले और गुलाबी रंग के होते हैं। यह पौधा आमतौर पर नम स्थानों में पाया जाता है। मुख्य रूप से भारत में इसकी उपज भूमि है।

ब्राह्मी का सेवन कब करें?

ब्राह्मी का सेवन सुबह या शाम के समय किया जा सकता है। इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं या शरबत के रूप में भी पिया जा सकता है। यह संजीवनी बूटी के रूप में जानी जाती है जो थकान और तनाव को कम करती है। इसका सेवन मन की शांति के लिए भी किया जा सकता है।

अंतिम संदेश

Brahmi plant benefits in hindi के इस लेख में आपने जाना ब्राह्मी क्या होता है? ब्राह्मी के औषधीय उपयोग, ब्राह्मी के फायदे तथा ब्राह्मी सेवन के संभावित नुकसान क्या-क्या है? इस लेख में ब्राह्मी से संबंधित बेहतर जानकारी देने की कोशिश की गई है, आशा है आपको पसंद आ गए होंगे। अगर आप प्राकृतिक चिकितस्या की जानकारी पाने के लिए इंटेरेसटेड है तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe करना न भूलें। Brahmi plant benefits in hindi के इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं इंडिया के सबसे बड़े लौहनगरी जमशेदपुर, झारखंड से हूँ। मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ और इस ब्लॉग पर प्राकृतिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों की जानकारी, प्राकृतिक उपचार, घरेलू उपचार से संबंधित जानकारी नियमित साझा करता रहता हूँ।

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