हरीतकी के 16 बेहतरीन फायदे | Haritaki benefits in hindi

Haritaki benefits in hindi के इस लेख में हरीतकी या हरड़ के औषधीय गुण, हरड़ के फायदे, हरड़ के औषधीय उपयोग तथा हरड़ के नुकसान को जानेंगे। इसके अलावा हरीतकी के अन्य नाम, हरड़ में पोषक तत्व की मात्राएं इत्यादि के बारे में विस्तार से जानेंगे। जानने के लिए हमारे साथ बने रहें।

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5 हरड़ के फायदे – Haritaki benefits in hindi

हरड़ क्या होती है – What is haritaki in hindi

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  • हरड़ का परिचय : हरड़ या हरीतकी (haritaki in hindi) आयुर्वेदिक दवाओं में उपयोग होने वाले महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है। हरड़ का पेड़ 50-80 फूट तक लंबा हो सकता है। इसके छाल गहरे भूरे रंग की तथा मोटा छाल होता है, फल और फूल गुच्छों में लगता है। गुठली वाले पके फल बड़ी हरड़ तथा बिना गुठली वाले फल, जिसे तोड़ कर प्राप्त किया जाता है छोटी हरड़ कहलाता है। हरड़ या हरीतकी, बहेड़ा और आंवला के साथ मिलाकर त्रिफला बनाया जाता है जो पेट के लिए रामबाण औषधि साबित हुआ है।
  • हरीतकी का वैज्ञानिक नाम (haritaki scientific name in hindi) : Terminalia chebula (टर्मिनलिया चेबुला)
  • हर्रा का कुल नाम (haritaki family name in hindi) : Combretaceae (कॉम्ब्रेटेसी)
  • हरड़ के प्रकार (type of harad in hindi) : आयुर्वेद के मतानुसार हरीतकी या हरड़ के सात अलग-अलग प्रकार हैं: विजया हरड़, अभय हरड़, चेतकी हरड़, रोहिणी हरड़, अमृत हरड़, पूताना हरड़, जीवन्ति हरड़। सभी हरड़ के अपने-अपने गुण है पर हरड़ की सभी किस्मों में विजया हरड़ को सर्वोत्तम माना जाता है।

Harad other names in hindi – हरीतकी के अन्य नाम

haritaki benefits in hindi के इस भाग में जानिए हरीतकी के विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नाम, जो इस प्रकार है:

  • हिन्दी (haritaki hindi name) – हरड़, हर्रे
  • अंग्रेजी (haritaki english name) – Chebulic myrobalan (चेबुलीक मॉयरोबालन)
  • बंगाली (haritaki bengali name) – होरीतकी
  • ओडिया (haritaki odia name) – करंथा
  • संस्कृत (haritaki sanskrit name) – अभया, हरीतकी
  • उर्दू (haritaki name in urdu) – हेजरड़
  • मराठी (haritaki marathi name) – हरीतकी
  • गुजराती (haritaki in gujarati name) – हरीतकी
  • तेलुगू – हरितकि (Haritaki)
  • तमिल (haritaki name in tamil)– कडुक्कै
  • मलयालम (haritaki malayalam name) – पुटानम
  • पंजाबी – हरीतकी
  • नेपाली – नर्रा
  • अरबी (haritaki arbic name) – हलीलजा
  • लैटिन (haritaki latin name) – Terminalia chebula (टर्मिनलिया चेबुला)

हरड़ के औषधीय गुण – Haritaki medicine in hindi

हरड़ के औषधीय गुण औरहरड़ के औषधीय उपयोग निम्नलिखित हैं जिसका सदियों से आयुर्वेदिक उपचार तथा जड़ी-बूटी उपचार के लिए किया जाता आ रहा है:

हरड़ के औषधीय गुण, हरड़ फल का स्वाद कसैला, खट्टा, मीठा, तीखा, कड़वा, ठंडक देनेवाला, पाचक रस को उत्तेजित करने वाला होता है। इनकी तासीर गर्म होती है। हरीतकी का फल त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ दोषों से उत्पन्न विकारों को कम कर सकती है, इसमें पाचन शक्ति या भूख बढ़ाने वाला और रक्त को शुद्ध करने वाला गुण होता है। एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट्स हरड़ के गुण होते हैं।

हरड़ के औषधीय उपयोग – Harad uses in hindi

हरीतकी के फल का उपयोग पेट के अल्सर, सूजन, कुष्ठ, कब्ज या एसिडिटी तथा आंखों के लिए लाभदायक होता है। हरड़ के बीज का उपयोग आंखों में खुजली, जलन, लालिमा के लिए, धातुरोग में, नाक से रक्तस्राव, हिचकी, पुराना कब्ज आदि में किया जा सकता है। हरड़ छाल का उपयोग आँखों से पानी बहना (मोतियाबिंद) के इलाज के लिए किया जाता है।

पाचन क्रिया तेज करने, एलर्जी रोकने में, त्वचा के निखार, आँखों की रोशनी के लिएछोटी हरड़ के उपयोग किया जाता है। बड़ी हरड़ के उपयोग त्वचा रोग में, बालों के लिए, सिरदर्द में, मधुमेह के इलाज में, आँखों के लिए, दांत दर्द में, खांसी में, सूजन, कामशक्ति, रोगप्रतिरोधक क्षमता के लिए, बवासीर के इलाज में, पेट के बीमारियों में, गठिया रोग में, कब्ज आदि में सदियों से किया जाता है।

हरड़ के फायदे – Haritaki benefits in hindi

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हरड़ के औषधीय गुण और हरड़ के औषधीय उपयोग (Harad uses in hindi) जानने के बाद अब हम हरड़ Haritaki benefits in hindi (हरड़ के फायदे इन हिंदी) के कुछ प्रभावी फायदों के बारे में जानेंगे:

त्वचा के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for skin in hindi

हरीतकी में एंटीबैक्टीरियल (बैक्टीरिया के प्रभाव को नष्ट करने वाला), एंटीफंगल (फंगस को नष्ट करने वाला) तथा खून को साफ करने वाला तत्व होते हैं। हरड़ में तीनों गुण मौजूद होने के कारण यह त्वचा संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर साबित हुई है। इसके लिए हरड़ के 20-30 मिली काढ़ा या 5 ग्राम हरड़ चूर्ण को खाली पेट सेवन करें। इसके सेवन से त्वचा स्वास्थ्य और चमकदार बना रहता है।

बालों के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for hair in hindi

सही तरीके से इस्तेमाल करने से हरड़ बालों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हरड़ के पानी से बाल धोने से रूसी बाल तथा गंदगी साफ होती है, बालों के टूटने और झड़ने से रोकता है, बालों के जड़ मजबूत होता है जिससे बालों के विकास को बढ़ावा मिलता है और बाल रेशम सी मुलायम, चिकने होते हैं। जिससे बाल स्वस्थ्य रहती है।

सिरदर्द में हरीतकी के फायदे – Harad benefits for headache in hindi

प्राकृतिक जड़ी-बूटी में हरीतकी का इस्तेमाल सिर दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। हरीतकी का तनाव अथवा किसी अन्य कारणों से उत्पन्न सिर दर्द को हरड़ के सेवन से दूर किया जा सकता है। इसके लिए हरड़ के पाउडर या इनके काढ़े का सेवन करें।

डायबिटीज में हरड़ के फायदे – Harad benefits for diabetes in hindi

प्राकृतिक रूप से हरड़ (हरीतकी) में डायबिटीज को नियंत्रित करने के गुण पाए जाते हैं। अत्यधिक प्यास लगना, वजन कम होना, बार-बार पेशाब आना आदि शुगर के आम लक्षण हैं। हरड़ ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ-साथ इन लक्षणों को भी कम करता है। अतः यह डायबिटीज में सहायक हो सकता है। इसमें सुबह खाली पेट हरड़ का चूर्ण 5 ग्राम या इनके 20-30 मिली काढ़े का सेवन करें।

आँखों के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for eyes in hindi

हरीतकी या हरड़ आँखों के लिए सुरक्षित तथा फायदेमंद होता है। पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठकर काम करने से कभी-कभी आंखों में जलन और दर्द हो सकता है। इसमें रात में हरड़ को पानी में भिगोकर, फिर अगली सुबह इसी पानी को छानकर अपनी आंखें धोने से आंखों में ठंडक मिलती है, जिससे आंख से जुड़ी हुई कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है।

दांत दर्द में हरड़ के फायदे – Harad benefits for teeth in hindi

हरड़ का उपयोग दांतों के दर्द में राहत प्रदान करने में किया जा सकता है। हरड़ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मुख स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हरड़ के पाउडर को नियमित रूप से दांतों पर मसाज करने से दांतों की मजबूती बढ़ सकती है और दर्द कम हो सकता है। इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण दांतों की सूजन को भी कम कर सकते हैं। हरड़ का उपयोग दांतों की सफाई के लिए भी किया जा सकता है, जिससे मुख की दुर्गंध दूर करने में मदद मिलती है।

खांसी में हरड़ के फायदे – Harad benefits for cough in hindi

हरड़ का सेवन खांसी में राहत प्रदान कर सकता है। हरड़ में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण खांसी के कारण होने वाले इंफ्लेमेशन को कम कर सकते हैं। हरड़ को दुगने पानी में भिगोकर बनाए गए काढ़े का सेवन खांसी को ठीक करने में सहायक हो सकता है। हरड़ के गुणकारी तत्व माइक्रोबियल इंफेक्शन को भी नष्ट कर सकते हैं, जिससे खांसी में आराम मिलता है।

सूजन में हरड़ के फायदे – Harad benefits for sujan in hindi

हरड़ में विशेष गुणकारी तत्व होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। हरड़ में प्रचुर मात्रा में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है, जो शरीर के ऊपरी तंतु में इंफ्लेमेशन को कम कर सकते हैं और सूजन को दूर कर सकते हैं। हरड़ का सेवन अक्सर जोड़ों या गठिया के दर्द और सूजन को कम करने में भी सहायक हो सकता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो फ्री रेडिकल्स को नष्ट कर सकते हैं। हरड़ का चूर्ण या हरड़ की गोंद सूजन को कम करने के लिए सामान्यत: गर्म पानी के साथ सेवन किया जा सकता है।

काम शक्ति के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for sexual disease in hindi

हरड़ का इस्तेमाल कामोत्तेजक या काम शक्ति बढ़ाने के इलाज में सहयोग के रूप में किया जाता है। आयुर्वेद में हरड़ का उपयोग यौन समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। यह शक्तिशाली जड़ी-बूटी में मौजूद विशेष गुणों के कारण यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। रोजाना 1-2 ग्राम हरड़ का सेवन शीघ्रपतन के इलाज में भी फायदेमंद है, लेकिन इसका लंबे समय तक उपयोग नहीं करना चाहिए ताकि इसके गरम और कसैले गुणों के कारण यौन शक्ति की कमी ना हो।

पेचिश में हरड़ के फायदे – Harad benefits for dysentery in hindi

हरड़ का आयुर्वेदिक इलाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है और पेचिश जैसी स्थितियों में इसका उपयोग विशेष रूप से किया जा सकता है। हरड़ की गर्मी और कठोरता के कारण इसमें विशेष औषधीय गुण होते हैं जो पेचिश को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण हरड़ को पेचिश में उपयोगी माना जाता है। एक ताजा हरड़ का खाली पेट उपयोग करें। इससे पेट के गैस, अपच में या पेट के कई समस्याओं में लाभदायक होता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for immunity in hindi

हरड़ का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। हरड़ में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकते हैं। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स बगैरह पाए जाते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। हरड़ में मौजूद गर्मी और कड़वा होने के कारण, यह वायरस और बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण भी शरीर को मुक्त रख सकते हैं और विभिन्न रोगों से बचाव कर सकते हैं।

बवासीर में हरड़ के फायदे – Harad benefits for piles in hindi

हरड़ के उपयोग से बवासीर में राहत मिल सकता है। हरड़ में मौजूद एंटीइंफ्लामेट्री गुण और उपयोग में आसान की विशेषता के कारण, इसे बवासीर के लिए उपयोगी माना जाता है। हरड़ की चटनी बनाकर सेवन करने से बवासीर की स्थिति में सुधार हो सकता है। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण रक्तसंचार को सुधारकर रोग को दूर करने में मदद कर सकते हैं। बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए और हरड़ का उपयोग केवल उनकी सुझाव के अनुसार करना चाहिए।

पेट के लिए हरड़ के फायदे – Harad benefits for stomach in hindi

हरड़ एक प्राकृतिक औषधि है जो पेट के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती है। हरड़ में विशेष रूप से तात्कालिक और दीर्घकालिक पेट समस्याओं का समर्थन करने के लिए गुण होते हैं। यहां कुछ मुख्य फायदे हैं:

  • गैस और एसिडिटी का उपचार: हरड़ गैस और एसिडिटी को कम करने में सहायक हो सकता है और पाचन को सुधारने में भी मदद कर सकता है।
  • पेट की सफाई: हरड़ पेट की सफाई करने में मदद कर सकता है और मल में सुधार करने में भी सहायक हो सकता है।
  • अजीर्ण: हरड़ में जीर्ण-शक्ति और सुरक्षा के गुण हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।

हरड़ का सेवन करने से पहले अगर आपको किसी बीमारी का संदेह हो, तो कृपया विशेषज्ञ की सलाह लें।

गठिया में हरीतकी के फायदे – Harad benefits for arthritis in hindi

हरीतकी गठिया के रोगों में उपयोगी हो सकती है। हरीतकी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके रोगनाशक गुण गठिया के लक्षणों को सामान्य करने में सहायक हो सकते हैं और साथ ही आपकी सामान्य सेहत को भी बनाए रख सकते हैं। हरीतकी को पाउडर की रूप में लेना एक विकल्प हो सकता है। 5 ग्राम हरीतकी चूर्ण को सुबह के समय सेवन करें।

कब्ज में हरीतकी के फायदे – Harad benefits for constipation in hindi

हरीतकी में उच्च फाइबर होती है, जो पाचन को सुधारने और मल त्याग को बढ़ाने में मदद कर सकती है। हरीतकी आंतों में फंसे मल को आसानी से निकालने में मदद कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या में सुधार हो सकता है। प्रतिदिन रात को सोने से पहले 5 ग्राम हरीतकी चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें।

अस्थमा में हरीतकी के फायदे – Harad benefits for asthma in hindi

हरीतकी को अस्थमा के लिए एक प्राकृतिक औषधि के रूप में जानी जाती है और इसमें कई गुण होते हैं जो अस्थमा के रोगी को लाभ पहुंचा सकते हैं। हरीतकी में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। हरीतकी का सेवन श्वासनली संबंधित समस्याओं को नियंत्रित करने, श्वास की समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकता है। हरीतकी के काढ़े को 20-30 मिली लेने की सलाह दी जाती है।

हरड़ के उपयोगी भाग – Useful Parts of Harad in hindi

मुख्य रूप से हरड़ या हरीतकी के इन भागों को उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है:

  • हरड़ यानी इनके फल
  • हरड़ के बीज
  • हरड़ के छाल

हरड़ के उपलब्ध उत्पाद – Haritaki available products in hindi

बाजार में हरीतकी या हरड़ इस रूप में उपलब्ध होता है :

  • हरीतकी चूर्ण या पाउडर
  • हरड़ कैप्सूल
  • हरीतकी वटी या टैबलेट
  • छोटी हरड़ चूर्ण
  • हरड़ का मुरब्बा

इसके अलावा त्रिफला चूर्ण में हरड़ का महत्वपूर्ण स्थान है जिसमें हरड़ के साथ आंवला और बहेड़ा के मिश्रण से बनाया जाता है। यह चूर्ण, टैबलेट तथा जूस के रूप में उपलब्ध होता है।

हरड़ में पोषक तत्व की मात्राएं – Chebulic myrobalan nutrition value in hindi

हरड़ में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं:

इनमें से प्रमुख है, विटामिन C, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कॉपर, सेलेनियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फाइबर, गैलिक एसिड इत्यादि।

हरड़ की अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया – Haritaki interactions in hindi

हरड़ कुछ दवाओं के साथ मिलकर प्रतिक्रिया कर सकती हैं जिससे कुछ दवाओं का प्रभाव शरीर पर कम या ज्यादा हो सकता है। इसलिए इस दौरान हरड़ का सेवन करने से बचें या डॉक्टर से सलाह लें। इन स्तिथियों में हरड़ का सेवन न करें:

  • अगर पेप्टिक अल्सर या पेट से संबंधित अन्य समस्याओं का इलाज के लिए कोई दवाई चल रही है तो हरड़ का सेवन न करें, इससे दवाई का प्रभाव और दुष्प्रभाव बढ़ सकते हैं।
  • मधुमेह की दवाइयों के साथ हरड़ का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि इन दोनों के साथ में इस्तेमाल शुगर लेवल को जरूरत से ज्यादा कम कर सकता है जो रोगी के लिए घातक साबित हो सकती है।
  • यदि आप मांसपेशियों की ऐंठन या दर्द के इलाज के लिए कोई मेडिसन ले रहें हैं तो हरड़ का या इससे बने कोई भी दवाई का उपयोग न करें। इन दोनों को साथ में लेने से दवाई का असर या दुष्प्रभाव बढ़ सकते हैं।

हरड़ के नुकसान – Harad side effects in hindi

हरड़ का उपयोग तभी करें जब आपको इसकी जरूरत हो, बिना आवश्यकता के इनका इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है। जब भी इसकी आवश्यकता हो सीमित समय के लिए, निर्धारित मात्रा में ही सेवन करें। अधिक मात्रा में सेवन करने से निम्नलिखित नुकसान हो सकता है:

  • हरड़ को अधिक मात्रा में खाने से पेट में जलन, उल्टी या दस्त जैसी स्तिथि बन सकती है।
  • हरड़ अधिक समय तक या ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • चिकित्सक स्पष्ट शोध नहीं होने के कारण गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी बिना डॉक्टरी सलाह के हरीतकी का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • हरीतकी का सेवन मधुमेह की रोगीयों के लिए भी खतरा हो सकता है इसलिए इसे लेने के दौरान नियमित रक्त शर्करा की जांच कराते रहें। चूंकि हरड़ रक्त शर्करा को कम करता है इसलिए स्वास्थ्य व्यक्ति भी ज्यादा मात्रा में सेवन करने से उनका रक्त शर्करा कम हो सकता है।

FAQ – Haritaki benefits in hindi

हरड़ का पौधा कैसा होता है

हरड़ का वृक्ष सामान्यत: 50 से 80 फुट तक ऊँचा होता है। इसकी छाल गहरे भूरे रंग की होती हैं और पत्तियाँ आकार में वासा के पत्र के समान 7 से 20 सेण्टीमीटर लम्बी और दो इंच तक चौड़ी हो सकती है। फूल छोटे होते हैं और सफेद लंबी गुच्छों में खिलते हैं। फल एक से डेढ़ इंच तक लंबे होते हैं और इनमें पाँच रेखाएँ होती हैं, जो इसे विशेष बनाती हैं।

हरड़ का सेवन कैसे करें?

हरड़ का सेवन करने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:
हरड़ का चूर्ण: आप हरड़ का चूर्ण को 5 ग्राम लगभग सेवन कर सकते हैं और इसे गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
हरड़ का काढ़ा: हरड़ को पानी में उबालकर काढ़ा बना सकते हैं और इसे 20-30 मिली सुबह-शाम सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा हरड़ को कच्चे भी चबा के या हरड़ का रस, हरड़ की गोंद, हरड़ के बीज का सेवन भी किया जा सकता है।

हरड़ की तासीर क्या होती है?

हरड़ की तासीर गर्म होती है, इसलिए बहुत अधिक तेज गर्मी के मौसम, जैसे कि मई और जून, में बिना चिकित्सक की सलाह के इसका सेवन नहीं करना चाहिए। खून संबंधित कोई बीमारी या शरीर में सूखापन के साथ, बिना चिकित्सक की सलाह के, इसे लेना उचित नहीं है।

हरड़ क्या होती है

हरड़ एक पेड़ है जिसका वैज्ञानिक नाम Terminalia chebula है, जो आमतौर पर दक्षिण एशियाई देशों, जैसे कि भारत, नेपाल, श्रीलंका में पाया जाता है। हरड़ का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। हरड़ को कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है, जैसे- पाचन शक्ति बढ़ाना, खून को साफ करना, त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखना आदि।

छोटी हरड़ क्या है

छोटी हरड़ वह जो बिना गुठली के तोड़ा जाता है तथा सुखाकर इसे दवाई के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग पाचन क्रिया तेज करने, एलर्जी रोकने, त्वचा के निखार, आँखों की रोशनी के लिए उपयोग में लाया जाता है।

अंतिम संदेश

Haritaki benefits in hindi के इस लेख में आपने जाना हरीतकी या हरड़ क्या होता है? इनके गुण क्या है? उपयोग, फायदे तथा इनके सेवन के संभावित नुकसान क्या-क्या है? इस लेख में हरीतकी से संबंधित बेहतर जानकारी देने की कोशिश की गई है, आशा है आपको पसंद आ गए होंगे। अगर आप प्राकृतिक चिकितस्या की जानकारी पाने के लिए इंटेरेसटेड है तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe करना न भूलें। Haritaki benefits in hindi के इस लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका, धन्यवाद!

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नमस्कार दोस्तों, मैं इंडिया के सबसे बड़े लौहनगरी जमशेदपुर, झारखंड से हूँ। मैं इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ और इस ब्लॉग पर प्राकृतिक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य, जड़ी-बूटियों की जानकारी, प्राकृतिक उपचार, घरेलू उपचार से संबंधित जानकारी नियमित साझा करता रहता हूँ।

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